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जज्बा है सेवा का, मन में एक आस है, विश्वास है, कुछ कर गुजरने का जूनून है.. होगा हर काम बेहतरीन जो होगा आप सबका संग है... 

जहाँ कोशिशों के कद ऊंचे होते हैं वहाँ सफलता के कदम आसमान तक उडान भरते हैं 


मंच पर उपस्थित अतिथि. मेरे समक्ष बैठी बोर्ड member बड़ो एवं छोटी मित्रों नमस्कार 

नमस्कार.. आप सब लोगों ने मुझे मौका दिया, इस लायक समझा मैं आप सबकी उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करूगीं... हो सकता है बहुत ज्यादा ना कर पाऊं.. पर जो भी करूगीं बेहतरीन और उपयोगी करने की कोशिश करुँगी... इससे पहले अध्यक्षा सीमा अग्रवाल जी  द्वारा भी बेहतरीन कार्य किये गये जो निसंदेह प्रशंसनीय हैं... कोशिश करूंगी की मैं आप सबकी उम्मीदों पर खरी उतर पाऊं... मुझे और मेरी टीम को आप सबका सहयोग और समर्थन चाहिए.. जो आप सब से निरंतर मिलता रहेगा उम्मीद करती हूं।।।

Hello.. You all gave me a chance, I consider it worth it, I will try to full fill   your expectations... I may not be able to do much... but whatever I do, I will try to do it best and useful.. Before this, excellent work has also been done by President Seema Aggarwal ji,& her team which is undoubtedly praiseworthy... I will try to live up to your expectations... I and my team need your cooperation and support. I hope to continue meeting you...

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भावनाओ का सैलाब  खुशियां भी हैं ...आनन्द मंगल भी है शहनाई भी है ,विदाई भी है  जीवन का चक्र यूं ही चलता रहता है  एक के बाद एक गद्दी सम्भाल रहा है... कोई ना कोई  ,,जीवन चक्र है चलते रहना चाहिए  चलो सब ठीक है ..आना -जाना. जाना-आना सब चलता रहता है  और युगों- युगों तक चलता रहेगा ... भावनाएं समुद्र की लहरों की तरह  उछाले मारती रहती हैं ... जाने क्यों चैन से रहने नहीं देती  पर कभी गहरायी से सोचा यह मन क्या है  ?  भावनाओं का अथाह सैलाब  कहां से आया  मन की अद्भुत  हलचल  ,विस्मित, अचंभित अथाह  गहराई भावनाओं की ....कोई शब्द नहीं निशब्द  यह भावनायें हैं क्या ?...कभी तृप्त  नहीं होतीं .... भावनाओं का गहरा सैलाब है क्या ?  और समस्त जीवन केन्द्रित भी भावों पर है ... एक टीस एक आह ! जो कभी पूर्ण नहीं होने देती जीवन को  खोज करो भावों की मन में उठते विचारों के कोलाहल की  क्यों कभी पूर्णता की स्थिति नहीं होती एक चाह पूरी हुई दूसरी तैयार  ....वो एक अथाह समुद्र की .. खोज है मुझे ...भावों के अथाह अनन्त आकाश की ... उस विशाल ज्वालामुखी के हलचल की ...भावों के जवाहरात की ..जो खट्टे भी हैं मीठे भी  सौन्दर्य से पर

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