युगो - युगों के बाद हैं आये
श्रीराम अयोध्या धाम हैं आये
अयोध्या के राजा राम, रामायण के सीताराम
भक्तों के श्री भगवान
स्वागत में पलके बिछाओ, बंदनवार सजाओ
रंगोली सुन्दर बनाओ, पुष्पों की वर्षा करवाओ.
आरती का थाल सजाओ अनगिन
दीप मन मंदिर जलाओ...दिवाली हंस -हंस मनाओ...
श्रीराम नाम की माला
मानों अमृत का प्याला
राम नाम को जपते जपते
हो गया दिल मतवाला....
एक वो ही है रखवाला
श्री राम सतयुग वाला...
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम
रामायण के श्री सीता राम
आलौकिक दिव्य निराले
सत्य धर्म पर चलने वाले
सूर्यवंश की धर्म पताका ऊंची लहराने वाले
मर्यादा से जीवन जीने का
संदेशा देते श्री राम सतयुग वाले
प्राण जाये पर वचन ना जाये
अदभुद सीख सिखाते
मन, वचन, वाणी कर्म से
सत्य मार्ग ही बतलाते....
असत्य पर सत्य की जीत कराने वाले
नमन, नमन नतमस्तक हैं समस्त श्रद्धा वाले...
वाह!रितु जी ,बहुत सुन्दर!
ReplyDeleteराम राम शुभा जी
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