Skip to main content

Posts

Showing posts from July 22, 2024

आकाश का वसुंधरा को दुलार

 आकाश का वसुंधरा को दुलार  मानों प्रकृति पर लुटाती जी भर प्यार  सुख-समृद्धि से भरपूर रहे प्रकृति का आंचल  वसुंधरा की मिटाने को तपन  सावन में फिर जी भर बरसी वर्षा की फुहार  हरियाली का बिछा के कालीन  वृक्षों पर लदी फलों की भरमार  सुख-समृद्धि से भरपूर रहे  वसुंधरा का संसार  सावन में झूम-झूम बरसा  आसमान से वर्षा की रस बहार  आनन्दित वन कानन,बागों में हरियाली की कतार  मानों प्रकृति लुटाती हो वसुंधरा पर जी भर प्यार...