सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा हम बुलबुले हैं इसकी यह गुलसिता हमारा.. अद्भुत अतुलनीय दिव्य न्यारा यह दृश्य लगता है बहुत ही प्यारा आसमान की ऊचाईयों में जब लहराता है भारत मां के स्वाभिमान में तिरंगा प्यारा.. देश के वीर जांबाज सैनिक जो रक्षा कवच हमारे .. दुश्मन से से लड़ते मर जाते कट जाते पर देश पर को सदा सुहागन रखते। सरहद पर तैनात वीर सिपाहियों को शत-शत नमन हमारा हमारे देश के रक्षाप्रहरी हमारे सैनिकों की शान में अभिमान में कुछ शब्द कहना चाहूँगी शोला हैं हम,चिंगारी हम आँधियों के वेग की हिस्सदारी हम सूर्य के समान हम में है तेज हिमखंडों की भांति शीतल भी हम , हिमालय सा विशाल सीना है ,अपना धीर भी हम ,वीर भी हम । मात्रभूमि की रक्षा प्रहरी हम। आँधियों से लड़ना शौंक है अपना तूफानों में तैरती अपनी कश्तियाँ ,। मात्रभूमि है ,माँ के जैसी । माँ की ममता है ,कवच हमारी जो शून्य डिग्री के तापमान में रहकर भी चलती रहती है सांसें हमारी । मात्रभूमि के विरोध में जो एक आवाज भी उठ जाये तो माफ़ नहीं होगी गद्दारी ।।देश की रक्षा है, अपनी जिम...