मोहब्बत के इजहार की क्या खूब कहानी बागवान की बागवानी खाद- मिट्टी- पानी और निगरानी सूरज की किरणों से पोषित सदाबहार राजरानी समुंदर की लहरों में उठता उफान है चांद भी चांदनी पर मेहरबान है .. मोहब्बत है तभी तो प्रकृति ने वसुन्धरा पर बसाया पुष्पों का संसार है ... पर्वतों से बहती झरनों की बेहद की धार है ..तालाबों में कमलदल का प्यार है ... प्रकृति का वसुन्धरा को मोहब्बत का इकरार. बागों में बहार... पुष्पा की मोहब्बत की हद का सिलसिला बेहद की सीमाओं को करता पार .. खूबसूरती और कोमलता का तालमेल उस पर अपनी सुगंध को वायुमंडल में दिया फैला पुष्पों का जीवन हर - पल वसुंधरा को समर्पित यही मोहब्बत की निशानी जीवन में खुशियां देकर ही मोहब्बत की लिखी हमने कहानी ... मोहब्बत से ही संसार है प्यार है ,इजहार है मोहब्बत से ही जीवन में जिन्दगी गुलजार है दिलों में बहार है रिश्तों का संसार है .. ...