भोलेनाथ की महिमा आपार जहर भला किसको है भाता शिव को ना भांग धतूरा गांजा भाता शिव ने सब विष पान किया संसार पर उपकार किया .. भाग ,धतूरा ,गांजा अफीम आदि जहरों का उत्पात वसुन्धरा पर फैला देता महाविनाश भोलेनाथ की महिमा भारी कंठ धारण कर डाले जहरीले विष विष का असर हुआ कंठ नीला ,ताप तन का चढ आया प्रदान शीतलता करने को गंगाजल , दुग्ध ,दही शहद भरपूर चढाया... शिव में मन को एकीकार कर भस्म की रस्म को निभा दिया मन को कर समर्पित तन को शव समान किया ऊं नमः शिवाय ऊं नमः शिवाय का जाप करते - करते मन का सब भ्रम मिटा कण - कण में तब बस शिव बस शिव है एसा मन को बोध हुआ ...