यह किसके स्वागत में पलके बिछाए बैठे हैं हम झिलमिला रहे हैं सितारे गुनगुना रही है पवन खिल रहे हैं चमन .. हाथ में लिए जादू की छडी आने वाली है कोई परी नव उर्जा, नव उत्साह के संग नेत्रों में लिए खुशियों के रंग स्वागत में पलके बिछाये बैठे हैं हम. आने वाला है नव वर्ष खिल रहा है चेहरों पर हर्ष बेहिसाब स्वर्णिम हो नव वर्ष का हर पल एक बार फिर मिला है सुनहरा मौका लेकर कलम कुछ सुनहरे रंग सजा लो ..मन चाहे रंग रंग जो तुम भरोगे उसी से संवरेगा आने वाला कल ... खुशहाल हो जीवन का हर पल शुभ मंगल कामनाओं से भरपूर हो नववर्ष का हर पल ...