प्रकृति का प्यार है दुलार है सहृदय वसुंधरा का श्रृंगार है अद्भुत कलाकार है सज रही मनमोहीनी पुष्पों की कतार है यह कौन चित्रकार है सुकोमलता स्वभाव है. सुगंधित व्यवहार है प्रकृति का श्रृंगार है पुष्प वसुन्धरा का प्यार है प्रकृति दुलार है पुष्पों सा हंसता- खिलता रहे सबका जीवन संसार .पुष्प सुगंधि सा व्यवहार..रहे.