स्वागतम् शुभ स्वागतम् आओ - आओ बंदनवार सजाओ आंगन - आंगन पुष्प बिछाओ दीप जलाओ अंधियारा हटाओ अमावस्या की रात्रि चांदनी जगमगाओ त्यौहार जीवन का सौहार्द परम्पराओं की सौगात संस्कृति का संसार संस्कारों का अद्भुत संगम आनन्द ,उत्सव प्रेम सरोवर जीवन उत्साह नव चेतना नव प्राण उर्जा ,नव विश्वास नव रंग नव उत्साह नव आशा की किरण अमावस्या में चांदनी की चमक कनक,चमक,धनक चमकीली रंगीली सुख-समृद्धि की वृद्धि , रिद्धि संग समृद्धि ।।