ऊंचे -ऊंचे पहाड़, घुमावदार रास्ते , गहरी खाइयां हसीन वादियां *पहाड़ों की रानी मसूरी* | *सिद्धार्थ और नंदनी* की शादी को अभी चार ही दिन हुए थे | नई- नई शादी और पहाड़ों की रानी मसूरी की हसीन वादियों में नंदनी और सिद्धार्थ अपने शादीशुदा जीवन की नयी शुरुआत करने और एक दूसरे को अच्छे से समझने को बहुत बेताब थे| नंदनी की इच्छा थी कि वह शादी के बाद हनीमून मनाने पहाड़ों की रानी मसूरी जायें | जबकि सिद्धार्थ सिंगापुर जाना चाहता था |लेकिन सिद्धार्थ ने नंदनी की हर बात मानने की शर्त और उसे हर पल खुश रखने की जो ठानी थी,अब मसूरी जाना तो बनता ही था , सिद्धार्थ और नंदनी की आपसी मर्जी से यह तय हुआ था कि वो पहले पहला हनीमून मसूरी में मनायेंगे | आखिर शादी के बाद पहली बार सिद्धार्थ और नंदनी कुछ दिन के लिए बाहर जा रहे थे| उनकी #जरूरत का सारा सामान# घर के सब| लोगों ने मिलकर गाड़ी में रखवा दिया था* घर के सब लोगों का नये शादीशुदा जोड़े को seeof भी करना जरूरी था | सिद्धार्थ सबको देखकर बोला होता है---- होता है, शूरू - शूरू में बहुत प्यार लुटाया ...