अपूर्णता से पूर्णता की चाह मानों खाली गुल्लक में खजाने की खोज सन्तुष्ट जीवन का एक राज ... पाने की नहीं देनी की सोचो देना शुरू कर दो .. मांगने की आदत छूट जायेगी पौधों को जल दो नदिया के जल को दूषित होने से बचाओ भूखे को अन्न दो ... अशिक्षित लोगों को शिक्षित करो निसंदेह जो देना सीख गया .. वो कभी मांगेगा नहीं क्योकि वो वस्तुओं का महत्व समझ जायेगा और पूर्णता का अनुभव करेगा ... लेने से बेहतर देना सीखो ... जीवन में आगे बढना हो तो देना सीखो ...प्यासे हो तो नलकूप लगाओ .. तन तंदुरुस्त होगा मन तृप्त होगा ..