Good morning to all respect personalities judes & my dear friends देना है कुछ उपहार कुछ नायाब मुझे इससे बेहतर कुछ ना समझ आया ..उपहार में शुभकामनाओं सहित अपनी मुस्कान दे रही हूं .. स्वीकार है .. साधारण हूं, इसीलिए असाधारण हूं ...साधारण समझ हल्के में मत लेना.. भीतर एक आग लिए बैठी हूं मैं नदिया की बहती जलधारा हूं .. अपने ही हाथों लिखनी अपनी तकदीर सुनहरी है स्वयं का स्वयं पर विश्वास जरुरी है चलो उठो .. स्वावलंबन की करो तैयारी .. वक्त यही है, वक्त सही है . स्वयं की पहचान स्वयं की रक्षा, स्वयं का उत्तरदायित्व है ..अब लक्ष्य तुम्हारा स्वावलंबन का है बनना अमिट सितारा ... विद्योतमा हैं हम ,संघर्षरत हैं हम ,कर्मठ हैं हम अनुशासित हैं हम.. स्वावलंबन का गुण भी है हममें ..स्वावलंबी बनना हक है हमारा .. नारी कह कर.. ना- री ..बस अब और नहीं सुनना ध्रुव, एकलव्य, प्रह्लाद आदि महापुरुष भी परवरिश हैं हमारी प्रतिभा पाटिल ,दौपदी मुरमुर..ने स्वावलंबन से सच कर दी राज योग की कहान...