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Showing posts from July 16, 2024

ऊं नमः शिवाय

ऊं नमो शिवाय ऊं नमः शिवाय   शिवमय है समस्त संसार  शिव ही जीवन का आधार  ढूंढता हूं शिव को आंखें मूंद  जबकि शिव तुझमें- मुझमें भीतर- बाहर  दिव्य ज्योत का लो आधार  शिव से होगा एकीकार   भय पर...  पाकर विजय   बना मैं अजेय ...  भय- भ्रम सब का अंत  दुविधाओं का डर नहींं   दौर अग्नि परीक्षाओं का  हुए सब खोट बाहर  शिव स्तुति उपासना का आधार  शिव शक्ति दिव्य ज्योति से जब हुआ एकीकार  मिला जीवन को सुंदर आकार  कुन्दन बना ,कोयले  की खानों  में ज्यों एक हीरा नायाब जैसे  सृष्टि कर्ता जब संग अपने ‌  जीवन के अद्भुत रंग अपने  शिव शक्ति को स्मरण कर ऊं नमो शिवाय का मंत्र रख संग अपने  ऊं नमो शिवाय ।।

अपने मालिक स्वयं बने

अपने मालिक स्वयं बने, स्वयं को प्रसन्न रखना, हमारी स्वयं की जिम्मेदारी है..किसी भी परिस्थिति को अपने ऊपर हावी ना होने दें।  परिस्थितियां तो आयेंगी - जायेंगी, हमें अपनी मन की स्थिति को मजबूत बनाना है कि वो किसी भी परिस्थिति में डगमगायें नहीं।  अपने मालिक स्वयं बने,क्यों, कहाँ, किसलिए, इसने - उसने, ऐसे-वैसे से ऊपर उठिये...  किसी ने क्या कहा, उसने ऐसा क्यो कहा, वो ऐसा क्यों करते हैं...  कोई क्या करता है, क्यों करता है,हमें इससे ऊपर उठना है..  कोई कुछ भी करता है, हमें इससे फर्क नहीं पड़ना चाहिए.. वो करने वाले के कर्म... वो अपने कर्म से अपना भाग्य लिख रहा है।  हम क्यों किसी के कर्म के बारे मे सोच-सोचकर अपना आज खराब करें...  हमारे विचार हमारी संपत्ति हैं क्यों इन पर नकारात्मक विचारों का  दीमक लगाए चलो कुछ अच्छा  सोंचे  कुछ अच्छा करें "।💐 👍मेरा मुझ पर विश्वास जरूरी है , मेरे हाथों की लकीरों में मेरी तकदीर सुनहरी है । मौन की भाषा जो समझ   जाते है।वो ख़ास होते हैं ।  क्योंकि ?  खामोशियों में ही अक्सर   गहरे राज होते है.  जुबाँ से ज्यादा मौन की भाषा   मे कशिश होती है ।💐☺ अगर विचार हो खूब