"ना कर तू फिक्र जिन्दगी है सफर अच्छी यादों का बना काफिला ना कर तू किसी से गिला जिन्दगी आवागमन का सिलसिला सफर में है तू कर सफर ना उलझ तू ,सम्भल कर तू चल कुछ अच्छी बातों का बना सिलसिला कुछ कर गुजरने का बढा हौंसला तेरी करनी से हो किसी का भला सफर हैं पर तू जीने का अंदाज एसे बना कुछ भले अस्मरणीय संस्कारों को कर ले जमा तेरे होने की सदियों तक हो चर्चा कुछ महत्वपूर्ण कामों का भव्य सरोवर बना ... सफर पर तू छोङ एसे निशान दुनियां ढूढे तुझ सा महान