मां जगदम्बा ,मां अम्बा मां मनसा देवी ,मां शाकम्भरी द्वार सजा ..पंडाल सजा है माता के जयकारों से भव्य महौल बना है माता रानी के नवरात्रे आये भर-भर खुशियां माता लायी घर- घर गूंजी मां की महिमा नव रुपों में मां सज- धज आयी महिमा मां की अपरम्पार घर- द्वार सजे ,बंदनवार खुशियों का द्वार रंगोली का रंग पक्का, मां को भाये दिल का सच्चा मां जगदम्बा ,मां सरस्वती ,मां लक्षमी ,मां काली कालरूपा मां ही तो है सृष्टि की रचना मां में ही है सुख- समृद्धि का संचार मां ही है रिद्धि- सिद्धि का आधार मां को मनाओ घर सुख - समृद्धि वैभव लाओ ..