मां शारदे तुमको नमन
शुद्ध बुद्धि का वरदान दो
मां शारदे क्या करुं तुम्हें मैं अर्पण
निर्मल रहे सदा मन का दर्पण
मां शारदे सदा-सर्वदा करती रहो कृपा
करते हैं हम बस यही दुआ
निर्मल बुद्धि विवेक का का सद ज्ञान दो
विचारों में सरल विचारों का प्रवाह रहे
साकारात्मक का दिव्य प्रकाश सदा मिलता रहे
दान दो दयाभाव,
त्याग,समर्पण से कर्म करें ऐसा मान दो
हाथ जोड़ करूं मैं वन्दन
मां शारदे तुमको नमन बारम्बार नमन
हे मां क्या करुं तुम्हें मैं अर्पण
नतमस्तक हो करूं स्वयं को समर्पण
मां शारदे तुम्हीं ही जीवन आधार हो
भावों का अद्भुत संचार हो,विचारों का अद्भुत संसार हो
तुम्हीं से जीवन प्रवाह है तुम्हीं से सब अविष्कार हैं
तुम्हीं से उन्नति तुम्हीं से प्रगति तुम्हीं विचारों में शक्ति
मां सरस्वती आप दिव्य हो, बुद्धि का श्रृंगार हो
विचारों का तेज हो, उत्साह का आगाज कर्मों में प्रत्यक्ष हो
तुम शाश्वत हो मां शारदे जीवन का वरदान हो
मां शारदे तुमको नमन नतमस्तक हो बारम्बार नमन
ज्ञान का अमृत दिया विवेक की तुला
अक्षय भंडार बुद्धि का कलश दिया
मां शारदे करना इतनी कृपा, सत्य मार्ग पर सदा चलें
अभिमान का ना दंभ भरें,अंहकार का अंत करें
नाकारात्मकता की परछाई ना हम पड़ दूर
साकारात्मकता का दिव्य प्रकाश सदा मिलता रहे
शुभ विचारों की ज्योत लिये सदा अडिग सदमार्ग पर चलें
मां शारदे तुमको नमन बारम्बार नतमस्तक हो करुं नमन ।
मां शारदे शुद्ध बुद्धि का वरदान हो
सदमार्ग पर चलें ज्ञान का प्रकाश दो
नमन करूं मां शारदे हम सब का उद्धार करो।।
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