शिक्षक समाज का वरदान ज्ञान का अक्षयपात्र
शिक्षक सभ्य सुसंस्कृत समाज निर्माता
शिक्षा को ना व्यापार बनाओ संस्कारों की पहचान
शिक्षा सक्षमता का आधार
शिक्षा से पहचान बनाओ जग में ऊंचा नाम बनाओ
शिक्षक का करो सम्मान शिक्षक शिष्य का भगवान ।
शिक्षाओं से भटके हुओं का मार्गदर्शन करता।।
शिक्षक एक वरदान देकर विद्यार्थियों को ज्ञान ।
विषय विशेष का दीप जलाता रहस्यों को सुलझाता ।।
विषय विशेष का अद्भुत ज्ञान अभ्यास
कसौटी परखता शिक्षक रचता नूतन आयाम।।
शिक्षक अमृत कलश अक्षय सम्पदा
जिसने जितना खोजा, रहस्य ज्ञान वो पाया।।
नींव सभ्यता की शिक्षक, पथ-प्रदर्शक
उजियारा वर्तमान समाज का दर्पण भविष्य का
शिक्षक पद सर्वोच्च, सर्वोपरि शिक्षक सदैव पूजनीय
शिक्षक सभ्य ,सुसंस्कृत समाज निर्माता शिक्षक स्थान सर्वोच्च,एवं सर्वोत्तम शिक्षक ज्ञान का दीपक लेकर चलता
मन में छिपे अंधकार को दूर भगाता भटके जो कोई शुभ संस्कारों के बीज डालकर अच्छे -बुरे की पहचान कराता
शिक्षक तराशता ज्ञान की कसौटी पर तब निखर कर सभ्यता की अनूठी मिसालें तैयार होती अंतरिक्ष में उड़ाने भरती अविष्कारों की नयी-नयी तारीखें लिखीं जाती।
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