शब्द बने व्यक्तित्व की पहचान
शब्द तपस्या, विचार हवन
सरल, मधुर, सहज भावों की
पवित्र अग्नि..शुभ साकारात्मक वातावरण
ह्रदय बहे निर्मल पवित्र भाव रस धारा ..
रस -रसायन पावन -पवित्र आशीष सम्मान
शब्द प्रवाह ध्वनि आकार
शब्द सजाओ, शब्द संवारों
इन्हीं से रचता- बसता संवरता
यह सुन्दर संसार ...
शब्द महिमा मन का प्राणायाम
शब्दों का करना सदा सम्मान
शब्दों का ना करना कोलाहल
शब्दों ने समाहित सारे हल
शब्द बनकर ढाल हर दुविधा का
निकाले हल ...
शब्द अराधना शब्द तपस्या
शब्दों का जीवन में बङा ही मोल ...
शब्द शब्द मे फेर है शब्द शब्द रस धार
ReplyDeleteऐक शब्द अमृत बने ऐक बने विष धार
नमन आभार
Delete