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दुआओं में कहता है यह मन









अक्सर  दुआओं में कहता है यह मन 

थोङा आप मुस्कराओ थोङा हम मुस्कराये 

 एक दूजे शुभचिंतक बन जाये 

ऊपर वाले ने भेजा है देकर जीवन  

फिर क्यों ना पुष्पों सा जीवन बिताएं हम 

फलदार वृक्ष बन जायें हम नदियों का जल बन जायें हम .. 

आंगन की शोभा बन बागों की रौनक बढायें हम 

हवाओं में घुल- मिल सुगन्धित संसार कर जायें हम

अक्सर दुआओं में मागता है यह मन 

खुशियों से मालामाल रहे सबका जीवन  

आप भी मुस्कराये हम भी मुस्करायें 

बागों में फिर  से बहार  आये 

जीने की अदा सबको सिखाये 

बगीचों की शोभा बन हर एक के चेहरे 

पर रौनक ले आये हम..परमपिता की दिव्य दृष्टि का प्रसाद निरंतर पाये हम 

खुश रहें आप और हम 

सफर पर हैं हम ना जाने कब जाना हो मगर  

जब तक है जीवन कुछ जीवन जीने की 

बातें कर लें आप और  हम 

सफर में यादों के कैनवास पर बेहतरीन 

सुन्दर आकर्षक चित्र  ही उतारें हम ..

बेहतरीन यादों का कारवां तैयार  करें हम 

अक्सर दुआओं में कहता है यह मन 

थोङा आप मुस्कराओ थोङा हम मुस्कराये 

बन एक दूजे शुभचिंतक बीत जाये जीवन 

सच भी है अद्भुत वसुन्धरा के सफर पर हैं आप और  हम 

ऊपर वाले ने भेजा है देकर जीवन 

हवाओं में घुल- मिल सुगन्धित संसार कर जायें हम

दुआओं में मांगता है यह मन 

बागों में फिर  से बहार  आये 

जीने की अदा सबको सिखाये 

बगीचों की शोभा बन हर एक के चेहरे 

पर रौनक ले आये ..हमें देख आप मुस्कराएं 

हम किसी की खुशी की वजह बन जायें 

बस सार्थक हों दुआएं 

हमारी सुगंध  वातावरण  को सुगंधित  कर जाए  

जीवन  सफल हो जाये जो हम 

किसी के मुस्कराने की वजह  बन जायें ..


 

 

 

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