खिलोने सी जिन्दगी,
पर खिलौना भी तो नहीं जिन्दगी
जितनी चाबी भरी है, उतनी ही चलेगी।
फिर भी स्वेच्छा से जीने का नाम है जिन्दगी
खिलौना सी जियो पर दिल ना किसी का तोड़ो
माना की सबको रिझाता है खिलौना
हंसता है, बोलता है, मुस्कराता है मन बहलाता है
पर भीतर एहसासों का गहरा
तूफान भी भरा होता है
जो सहलाता, कहराता है,
हंसाता है, रुलाता है
पर खिलौना नहीं जिंदगी
इसमें भावों का गहरा तूफान है
जो दिल को दर्द देता है.
खिलौने सी जिन्दगी पर स्वेच्छा से
जीने का वरदान, कुछ बेहतर कर दिखाने
का जूनून है जिन्दगी
मनुष्य रुपी जीवन का खिलौना
दिव्य ऊर्जाओं का स्रोत है जिन्दगी
खिलौने से तन में, गहरे
एहसासों का स्रोत है जिन्दगी
दिल चीर के रख देता है जब
कोई खिलौना समझ तकलीफ देता है
तोड़ने की हद तक चला जाता है
खिलौने तन में सच्चे भावों का गहरा संमुद्र
अमूल्य रत्नों का भाव है जिन्दगी।।
Comments
Post a Comment