शीर्षक
(उत्तराखण्ड) ...
उत्तर का खण्ड
जहाँ रहती बारह महीने ठंड.
मनभावन प्राकृतिक में रमता सदा ही मन..
हिमालय -हिम काआलय
जिसमे मिलते अद्भुत जड़ी-बूटियों के संग्रहालय
यहां बसते देव देवालय
बद्रीनाथ.का पवित्र धाम
पाण्डवों की तपस्थली केदारनाथ धाम,
शिव शिवालय.. मन को मिलता जहाँ आराम
सुधर जाते बिगडे काम
मन को मिलता विश्राम
गौमुख से प्रवाहित गंगा की धारा,, गंगोत्री धाम
यमुनोत्री धाम.. गंगा, यमुना और सरस्वती
उत्तराखण्ड पर कृपा दृष्टि
रखती देवी भगवती...
यहीं से उद्गम देवी सरस्वती
गंगा, भागीरथी की त्रिवेणी धारा
ऋषिकेश में है त्रिवेणी का संगम प्यारा
प्रदूषण मुक्त उत्तराखण्ड हमारा
इस पर अतिक्रमण को दे दो किनारा
हरिद्वार - हर की पौड़ी - हरि चरण का द्वार
समस्त ऋद्धि - सिद्धियों से सदा भरपूर रहे
उत्तराखण्ड हमारा..
स्वरचित - - ऋतु असूजा ऋषिकेश
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