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Showing posts from December, 2025

इतनी जल्दी किस लिये

मेरे अपने सदैव कहते रहे  जीवन का आनंद लो  इतनी जल्दी किस बात की  मैं हमेशा जल्दी में रहा  हर काम जल्दी में  करता रहा इतनी जल्दी  कि जिस जीवन को सुखमय  बनाने के लिए मैं जल्दी करता रहा  वह जीवन भी ढंग से नहीं जी पाया  और वह.जीवन भी निकल गया जल्दी में ..