घर का वो शक्स यानि (पिता) पापा जी
घर के अन्य सदस्यों की अपेक्षा
अक्सर वो कम बोलता है !
बेफालतू की बातें करना उन्हें पसंद नहीं
वो बिना बात नहीं हंसता
घर के अन्य सदस्य जब बिना बात
ठहाके लगाते हैं मजाल है ! जो उसके चेहरे पर
हंसी आ जाये..उल्टा उन्हें ही डांट देता है ..
बच्चे अपने पापा को फुसफुसाते हुए गम्भीर सिंह .●मिलट्री
मेन,यहां तक की हिटलर भी कह देते हैं
कभी- कभी उस शख्स को खड़ूस भी कह जाता है -----'
कभी किसी ने जानने की कोशिश की उस शख्स की गम्भीरता
में छिपे दवाब को .पहचानने की ...नहीं ना ...काश की होती
समय कहां उसके पास बेफालतू में हंसने
वो चिंतित रहता है परिवार के
लोगों के भविष्य के लिए ..
अच्छे से अच्छा सुविधापूर्ण जीवन देने के लिए ...
अब फर्ज हमारा बनता है घर के अन्य सदस्यों का..
घर के! *मुखिया पापा* को खुश रखने का उन्हें हंसाने का !
माना थोङा अकङ दिखाएगें ..पर अपने परिवार की खातिर
पापा भी ठहाके लगाकर हंस जायेगा क्योंकि पापा अकङू नहीं
ऐसा लगता है एक ही काम को करते- करते मानों पापा अब
उसी दुनियां में रच- बस गये हैं ..उनकी रीढ की हड्डी में
लचीलापन कम हो गया है ...पर
पापा अकङू नहीं कालेज के फंक्शन में उन्होने भी डांस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया था
पापा को समझाया करो समय जरुर बढा है पर बदला नहीं
हम सब मिलकर सब सम्भाल लेगें ...
पापा आप भी हमारे संग बिन बात मुस्कराया करो जिन्दगी खुलकर जिया करो ....
पापा आप हमारे अपने हो आपसे ही हमारे जीवन की खुशियां हैं ...
पापा आपको मुस्कराते देख हमारा हर दिन त्यौहार हो जाता है
..पापा आपकी खुशी में हमारी खुशी है ..
पापा आप क्यों व्यर्थ चिंता करते हो आप चिंता करना छोङ दो
आपने हमें इस काबिल बनाया है कि हम किसी भी परिस्थित
में सब सम्भाल लेगे पापा हम आपके हैं.. और आप हमारे
आप मुस्कराते हो तो हमें हर दिन त्यौहार लगता है...
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